कोविड-19 के तीन साल हो गए हैं और हम अब इसे भूलने लगे हैं। लेकिन इस बीच बीते कुछ दिनों से एच3एन2 इन्फ्लुएंजा वायरस ने हमारी नींदें उड़ा दी हैं। एच3एन2 इन्फ्लुएईंजा वायरस बच्चों और 65 वर्ष से अधिक के वयस्कों को अपनी चपेट में ले रहा है। 2 साल से छोटे बच्चे जिनकी इम्युनिटी कमजोर है, वे सबसे ज्यादा प्रभावित होते हैं। मौसम में अचानक चेंज से इन्फ्लुएंजा वायरस फैलने का प्रमुख कारण है। इस बीमारी के ज्यादा बढ़ने की मूल वजह है। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) का कहना है कि भारत में इन्फ्लुएंजा के मामले इन्फ्लुएंजा ए के उपस्वरूप एच3एन2 के कारण बढ़ रहे हैं। इन्फ्लुएंजा ए के किसी अन्य उपस्वरूप की तुलना में एचउएन2 से पीड़ित लोगों के अस्पताल में भर्ती होने की दर अधिक है। नाक बहना, लगातार खांसी और बुखार इसके लक्षणों में शामिल है। हमने इस बारे में लीडिंग फार्मास्युटिकल्स कंसल्टेंट एंड इन्वेंटर डॉ. संजय अग्रवाल से बात की। उन्होंने इसके लक्षणों एवं उपचार पर चर्चा की।